9th social science question paper mp board 2022

कक्षा 9वीं सामाजिक विज्ञान प्रश्न बैंक एमपी बोर्ड|kaksha 9vi samjik vigayn parshn bank|कक्षा 9वीं सामाजिक विज्ञान वार्षिक पेपर 2022

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9वीं सामाजिक विज्ञान वार्षिक पेपर 2022-हैलो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट website मे और आज के इस पोस्ट में आपको एमपी बोर्ड द्वारा जारी न्यू कक्षा 9वीं सामाजिक विज्ञान वार्षिक पेपर एमपी बोर्ड 2021-22के बारे में बताऊँगा और साथ ही साथ आप इस parshn bank 2022 को हमारी वेबसाइट के माध्यम से भी डाउनलोड कर सकते हैं |इस प्रश्न बैंक के उत्तर भी इसी वेबसाइट के माध्यम से ही डाउनलोड कर सकते हैं | 

एमपी बोर्ड प्रश्न बैंक 2022 क्या है?

मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में होने वाली वार्षिक परीक्षा की तैयारी हेतु कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए Question Bank विमर्श पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं इन प्रश्न बैंक में एमपी बोर्ड वार्षिक परीक्षा के महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर होते हैं। जिससे विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी करने में मदद मिले। यह प्रश्न बैंक अनुभवी शिक्षकों के द्वारा एमपी बोर्ड न्यू ब्लूप्रिंट के आधार पर तैयार किए जाते हैं। 
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (1-अंक), 
अति लघुत्तरीय प्रश्न (2-अंक)
लघुत्तरीय प्रश्न (3-अंक) एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4-अंक) इकाई वार आवंटित होते हैं

समकालीन भारत-1 भूगोल

अध्याय-1 भारत-आकार 

अध्याय 2 भारत का भौतिक स्वरुप

1भारतीय मरुस्थल को समझाइए।

Ans. थार मरुस्थल भारत के उत्तर-पश्चिम में तथा पाकिस्तान के दक्षिण-पूर्व में स्थितहै। भारत थार मरुस्थल का अधिकांश भाग राजस्थान में स्थित है परन्तु कुछ भाग हरियाणा, पंजाब,गुजरात और पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में भी फैला है। इस क्षेत्र में प्रति वर्ष 150 mm से भी कम वर्षा होती है।

2.भारतीय मरूस्थल के निर्माण का मुख्य कारणों को लिखिए।

Ans .किसी भी उष्ण कटिबंधीय मरुस्थल के भांति भारतीय थार का मरुस्थल का विकास भी वर्षा का में कमी के कारण हुआ है।

3 .भारतीय द्वीप समूह का सविस्तार वर्णन कीजिए।

Ans. भारत के पास कुल 1208 द्वीप समूह हैं। ये संख्या सभी छोटे-छोटे द्वीपों को मिलाकर है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह सबसे बड़ा द्वीप समूह है। लक्षद्वीप सबसे छोटा द्वीप समूह है

4.प्रवाल से आप क्या समझते हैं? प्रवाल के प्रकारों को लिखिए।

Ans. प्रवाल भित्तियाँ या मूंगे की चट्टानें (Coral reefs) समुद्र के भीतर स्थित प्रवाल जीवों द्वारा छोड़े गए कैल्शियम कार्बोनेट से बनी होती हैं। प्रवाल कठोर संरचना वाले चूना प्रधान जीव (सिलेन्ट्रेटा पोलिप्स) होते हैं। … ये शैल-भित्तियाँ समुद्र तट से थोड़ी दूर हटकर पाई जाती हैं, जिससे इनके बीच छिछले लैगून बन जाते हैं।

5.तटीय मैदान को कितने भागों में बाँटा गया है। विस्तार पूर्वक समझाइए।

Ans. भारत के प्रायद्वीपीय पठार के पूर्व एवं पश्चिम में स्थित दो संकरे मैदान हैं जिन्हें क्रमश: पूर्वी तटीय मैदान एवं पश्चिमी तटीय मैदान कहा जाता है। इनका निर्माण सागरीय तरंगों द्वारा अपरदन एवं निक्षेपण तथा प्रायद्वीपीय पठार की नदियों द्वारा लाये गए अवसादों के जमाव के कारण हुई है।

6.खादर और बांगर में अंतर लिखिए।

Ans. बांगर – ये पुरानी जलोढ़ मिट्टि वाले भू-भाग है। इस प्रकार की जलोढ़ के लगतार एकत्रित होने पर छज्जे जैसी संरचना बन जाती है, जो बाढ़ प्रभावी मैदान के स्तर जितनी ऊपर उठ जाती है। … खादर – नवीनतम और बाढ़ मैदानों का युवा संग्रहण खादर कहलाता है। लगभग हर वर्ष इसकी मिट्टि बदलती रहती है।

7.उत्तर की पर्वत श्रृंखला के कितने उपभागों में विभाजित किया गया है। वर्णन कीजिए।

Ans. हिमालय का विभाजन दो आधार पर किया गया है 1-उत्तर दक्षिण विभाजन 2- पश्चिम पूर्व विभाजन उत्तर से दक्षिण का विभाजन 3 भागों में किया गया है- 1- हिमाद्रि(महान या आन्तरिक हिमालय) 2-हिमाचल(निम्न हिमालय या मध्य हिमालय) 3-शिवालिक पश्चिम से पूर्व का विभाजन 4भागों में किया गया है- 1- पंजाब हिमालय 2-कुमाउ हिमालय 3–नेपाल हिमालय 4- …

8.दो आब से आप क्या समझते है। निर्माण प्रक्रिया को समझाइए।

Ans. दोआब दरअसल दो नदियों के बीच के क्षेत्र को कहते हैं. … नदियों द्वारा बहाकर लाई हुई मिट्टी से यहां पर एक बहुत ही समतल मैदान का निर्माण हो जाता है. और जब बात दो नदियों की हो तो दो नदियों की मदद से एक बहुत ही ज्यादा समतल उपजाऊ जमीन का निर्माण होता है, जो मानव सभ्यता के विकास के लिए सबसे उपयुक्त होता है.

9.बांगर एवं खादर से आप क्या समझते हैं?

Ans. बांगर- पुराने जलोढ़ अवसादों से निर्मित उच्च आकार के भू स्थल को बांगर कहते हैं। ऊँचाई के कारण बाढ़ का जल यहाँ तक नहीं पहुँचता है। खादर- बाढ़ की नवीन जलोढ़ मिट्टी से निर्मित निचले मैदानों को खादर कहते हैं। यह संपूर्ण भाग बाढ़ का मैदान है

10.दक्कन के पठार का वर्णन कीजिए।

Ans. पठार पूर्व और पश्चिम में घाटों से घिरा हुआ है, जबकि इसकी उत्तरी छोर विंध्य रेंज है। डेक्कन की औसत ऊंचाई लगभग 2,000 फीट (600 मीटर) है, जो आमतौर पर पूर्व की ओर झुकी हुई है; इसकी प्रमुख नदियाँ, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी, पश्चिमी घाट से पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी में बहती हैं।

11.भावर प्रदेश से क्या तात्पर्य है ? इसकी विशेषताएँ लिखिए।

Ans. भावर एक प्रकार का पथरीला क्षेत्र है, जो हिमालय तथा गंगा नदी के मैदान के बीच पाया जाता है। इस क्षेत्र में पर्वतीय भाग से नीचे आने वाली नदियों ने लगभग 8 कि.मी. की चौड़ाई में कंकड़ों एवं पत्थरों का जमाव कर दिया है। यही गंगा के मैदान की सबसे उत्तरी सीमा भी है। इस पथरीले क्षेत्र में हिमालय से निकलने वाली नदियाँ प्रायः विलीन हो जाती हैं और केवल कुछ बड़ी नदियों की धारा ही धरातल पर प्रवाहित होती हुई दिखती हैं।

12.भारत को कितने भौतिक विभागों में बांटा गया है? सचित्र वर्णन कीजिए।

Ans. भारत मे बंगाल कि खाड़ी और अरब सागर मे द्वीप स्थित है। केरल तट के पश्चिम में अनेक छोटे-छोटे द्वीप पाये जाते हैं, जिन्हें सम्मिलित रूप से ‘लक्षद्वीप’ कहा जाता है! भारत के पांच भौतिक विभाग और उनकी विशेषताए.

13.पूर्वी तटीय मैदान एवं पश्चिमी तटीय मैदान में अंतर लिखिए।

Ans. पूर्वी तटीय मैदान भारत के पूर्वी तट के साथ स्थित है और इसे बंगाल की खाड़ी द्वारा धोया जाता है जबकि पश्चिमी तटीय मैदान भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है और इसे अरब सागर द्वारा धोया जाता है। … पूर्वी तटीय मैदानों पर बड़ी नदियाँ विस्तृत डेल्टा बनाती हैं। लेकिन छोटी स्विफ्ट नदियाँ वेस्ट कोस्ट पर कोई डेल्टा नहीं बनाती हैं

14.भावर और तराई प्रदेश का वर्णन कीजिए।

Ans. भावर : हिमालय की नदियाँ पर्वतों के नीचे उतरते समय शिवालिक की ढाल पर 8 से 16 कि. … यहाँ नम तथा दलदली क्षेत्र का निर्माण करती हैं प्रदेश को तराई प्रदेश कहते हैं।

अध्याय 3

प्र. 6 अतिलघुउत्तरीय प्रश्न (शब्द सीमा 30 शब्द प्रत्येक के लिये 02 अंक) –

1.भाखड़ा नांगल परियोजना क्या है?

Ans. भाखड़ा नांगल बाँध भूकंपीय क्षेत्र में स्थित विश्व का सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध है। यह बाँध पंजाब राज्य के होशियारपुर ज़िले में सतलुज नदी पर बनाया गया है। यह बाँध 261 मीटर ऊँचे टिहरी बाँध के बाद भारत का दूसरा सबसे ऊँचा बाँध है। इसकी उँचाई 255.55 मीटर (740 फीट) है।

2.पश्चिम बंगाल का शोक किस नदी को कहा जाता है, और क्यों ?

Ans. छोटानागपुर की पहाड़ियों से 610 मीटर की ऊँचाई से निकलकर “दामोदर नदी” लगभग 290 किलोमीटर झारखण्ड में प्रवाहित होने के बाद पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर 240 किलोमीटर प्रवाहित होकर हुगली नदी में मिल जाती है। … पहले दामोदर नदी अपनी बाढ़ों के लिए कुख्यात थी। इस नदी को पहले बंगाल का शोक कहा जाता था।

3.”नमामि गंगे परियोजना को समझाइए।

Ans. यह केंद्र सरकार की योजना है जिसे वर्ष 2014 में शुरू किया गया था। सरकार द्वारा इस परियोजना की शुरुआत गंगा नदी के प्रदूषण को कम करने तथा गंगा नदी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से की गई थी। इस योजना का क्रियान्वयन केंद्रीय जल संसाधन,नदी विकास और गंगा कायाकल्प मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।

4.ऐश्चुरी और डेल्टा में क्या अन्तर है

Ans. एस्टूरी: जब नदियाँ समुद्र में मिलती हैं। उस मिलने के स्थान पर खारे और मीठे पानी मिलते हैं और नदी द्वारा बहा कर लाई गई मिट्टी आदि जमा होने लगती है। … डेल्टा: ऐसे भूभाग को कहा जाता है, जो नदी द्वारा लाए गए अवसादों के संचयन से निर्मित हाता है। विशेषत: नदी के मुहाने पर, जहाँ वह किसी समुद्र अथवा झील में गिरती है।

5.गंगा अपवाहतंत्र की दो नदियों को समझाइये

Ans. ये दोनों बड़ी नदियां पद्मा(गंगा) एवं जमुना(ब्रह्मपुत्र का बांग्लादेश में नाम) बांग्लादेश में मिल जाती है और मिलने के बाद इसे पद्मा नदी ही कहा जाता है । बांग्लादेश में ही मेघना नदी पद्मा नदी में चांदपुर जिला(बांग्लादेश) में मिलती है और इसके आगे इस नदी को मेघना नदी के नाम से जाना जाता है ।

6.नमामिदेवी नर्मदे परियोजना क्या है

Ans. नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा का शुभारंभ रविवार को 11 बजे नर्मदा पूजन के साथ होगा। … सेवा यात्रा के दौरान मप्र में 2700 किलोमीटर लंबे नर्मदा तट पर पौधरोपण किए जाने की योजना है। इसके लिए किसानों को 20-20 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से तीन सालों तक अनुदान दिया जाएगा

7.कावेरी द्रोणी को समझाइये।

Ans. इस नदी में वर्ष भर जल प्रवाह बना रहता है क्योंकि इसके प्रवाह क्षेत्र में दक्षिणी-पश्चिमी मानसून से वर्षा होती रहती है। कावेरी नदी द्रोणी का 3 प्रतिशत क्षेत्र केरल, 41 प्रतिशत कर्नाटक तथा 56 प्रतिशत तमिलनाडु में स्थित है। इस नदी की लम्बाई 800 किलोमीटर है और यह 81,155 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को अपवाहित करती है।

8.शिवसमुंदरम क्या है

Ans. शिवनसमुद्रम् प्रपात कावेरी नदी पर स्थित एक जल प्रपात है जहाँ 98 मीटर की ऊँचाई से जल गिरता है। इसका उपयोग जल विद्युत उत्पादन के लिए होता है। इस पर स्थापित जल विद्युत गृह एशिया का प्रथम जल विद्युत गृह है जिसकी स्थापना 1902 में हुई थी।

9.झील किसे कहते है। उदाहरण सहित लिखिए।

Ans. झील जल का वह स्थिर भाग है जो चारो तरफ से स्थलखंडों से घिरा होता है। … झीलों की एक महत्वपूर्ण विशेषता उनका खारापन होता है लेकिन अनेक झीलें मीठे पानी की भी होती हैं। झीलें भूपटल के किसी भी भाग पर हो सकती हैं। ये उच्च पर्वतों पर मिलती हैं, पठारों और मैदानों पर भी मिलती हैं तथा स्थल पर सागर तल से नीचे भी पाई जाती हैं।

10.पृथ्वी का 71% भाग जल से आच्छादित है, किंतु जल संकट क्यों उत्पन्न होता है।

Ans. ये तो आप जानते ही हैं कि पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है. 1.6 प्रतिशत पानी ज़मीन के नीचे है और 0.001 प्रतिशत वाष्प और बादलों के रूप में है. पृथ्वी की सतह पर जो पानी है उसमें से 97 प्रतिशत सागरों और महासागरों में है जो नमकीन है और पीने के काम नहीं आ सकता.

11.नदी प्रदूषण को रोकने के उपाय

Ans. नदी किनारे बसे लोगों को नदी में गंदे कपड़े नहीं साफ करने चाहिए। क्योंकि गंदे व दूषित कपड़े के रोगाणु पानी में दूर-दूर तक फैलकर बीमारी फैला सकते हैं। नदी में डिटर्जेट पाउडर, साबुन का प्रयोग और जलीय जीवों के शिकार से परहेज करना चाहिए। क्योंकि नदी के जीवों जैसे मछली, कछुआ, घड़ियाल, मेढ़क आदि प्रदूषण को दूर करते हैं।

12.सिंधु नदी तंत्र को समझाइए।

Ans. सिंधु नदी तंत्र हिमालय से निकलने वाली नदियों का एक महत्वपूर्ण तंत्र है। यह न केवल भारत की बल्कि विश्व की भी एक बड़ी नदी प्रणाली है। इसका अपवाह क्षेत्र 11,65,000 वर्ग किमी है जिसमें से 3,21,289 वर्ग किमी क्षेत्र भारत में है। … यह नदी अटक के निकट पहाड़ियों से बाहर आती है, यहीं दाहिनी ओर से काबुल नदी सिंधु में मिलती है।

13.झीलों के महत्व को समझाइए ।

Ans. झीलों का महत्व समझें । उनमें और आर्द्रभूमि में बहते जल स्रोतों के स्तर को बनाए रखकर बाढ़ और सूखे को नियंत्रित करने की क्षमता होती है और ये भूजल को रीचार्ज करने में सहायक है। इनके अन्दर गाद भी जमा होता रहता है जिनसे जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को ताजे पोषक तत्त्व मिलते रहते हैं।

14.राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना क्या है ?

Ans. पर्यावरण और वन मंत्रालय (एमओईएफ) द्वारा राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना (एनआरसीपी) नदियों के प्रदूषण को रोकने और पानी की गुणवत्ता में सुधार करना है। प्रयोक्‍ता को विभिन्न नदियों के लिए विशेष कार्य योजना पर जानकारी का उपयोग कर सकते हैं, सीवेज उपचार संयंत्र, पानी की गुणवत्ता की निगरानी और कार्यान्वयन एजेंसियों का विवरण।

15.हिमालय तथा प्रायद्वीप नदियों की तुलना कीजिए।

Ans. हिमालय की नदियाँ बारहमासी होती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ मौसमी होती हैं और प्रायः मानसून में प्रवाहित होती हैं। हिमालयी नदियाँ अपने विकास क्रम में नवीन हैं और नवीन वलित पर्वतों के मध्य प्रवाहित होती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ प्रौढ़ावस्था में हैं और प्रायद्वीपीय पठारों से होकर प्रवाहित होती हैं।

16.नदी प्रदूषण रोकने के उपाय लिखिए।

Ans. नदी किनारे बसे लोगों को नदी में गंदे कपड़े नहीं साफ करने चाहिए। क्योंकि गंदे व दूषित कपड़े के रोगाणु पानी में दूर-दूर तक फैलकर बीमारी फैला सकते हैं। नदी में डिटर्जेट पाउडर, साबुन का प्रयोग और जलीय जीवों के शिकार से परहेज करना चाहिए। क्योंकि नदी के जीवों जैसे मछली, कछुआ, घड़ियाल, मेढ़क आदि प्रदूषण को दूर करते हैं।

अध्याय 4

प्र. 6 लघुत्तरीय प्रश्न ( शब्द सीमा 75 शब्द, प्रत्येक प्रश्न के लिये

1.ऊष्ण कटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र क्या है। समझाइए।

Ans. अंत: उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (ITCZ)

ITCZ पृथ्वी पर, भूमध्यरेखा के पास वह वृत्ताकार क्षेत्र हैं, जहाँ उत्तरी और दक्षिणी गोलार्द्धों की व्यापारिक हवाएँ, यानि पूर्वोत्तर व्यापारिक हवाएँ तथा दक्षिण-पूर्व व्यापारिक हवाएँ एक जगह मिलती हैं।

2.भारतीय मानसून को प्रभावित करने वाले कारकों को समझाइए ।

Ans. भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक भारत की जलवायु को नियंत्रित करने वाले अनेक कारक हैं जिन्हें मोटे तौर पर दो वर्गों में बांटा जा सकता है-

स्थिति एवं उच्चावच संबंधी कारक

अक्षांश–

हिमालय पर्वत–

जल और स्थल का वितरण–

समुद्र तट से दूरी–

समुद्र तल से ऊंचाई –

उच्चावच–

3.ग्रीष्म एवं शीत ऋतु में अंतर लिखिए।

Ans. ग्रीष्म: ज्येष्ठ से आषाढ व मई से जून । सूर्य देवता जमकर बरसते हैं । … शीत ऋतु अथवा शिशिर ऋतु वर्ष की एक ऋतु है, जिसमें वातावरण का तापमान प्रायः निम्न रहता है। … शीत ऋतु, भारत में यह नवम्बर से फरवरी तक होती है।

4.”आम्र वर्षा” किसे कहते है। किन राज्यों में होती है।

Ans. ग्रीष्म ऋतु में मानसून के आगमन से पूर्व यह वर्षा होती है। यह वर्षा केरल तथा पश्चिम के तटीय मैदानी भागों में होती है। आम की फ़सल के लिए उपयोगी होने के कारण ही इसे आम्र वर्षा कहा जाता है।

5.”कालबैसाखी” से क्या तात्पर्य है ? यह स्थिति क्यों निर्मित होती है

Ans. काल बैसाखी क्या है, ये किस कारण होता है? समुद्री किनारे वाली जगहो पर तेज़ गति के साथ आने वाले तूफानों को काल वैसाखी कहते हैं । इसका कारण गर्म व शुष्क स्थानिय किनारे वाली हवा और आद्र समुद्री हवाओं के टकराने से तेज़ मुसलाधार बारिश के साथ तुफान का आना । जैसें की बंगाल,तमिलनाडु,केरल में आने वाले तुफान ।

6.मानसून की वापसी शब्द से क्या तात्पर्य है ? समझाइए ।

Ans. “वर्षा में विराम” से आप क्या समझते हैं ? समझाइए

अध्याय 5

प्र. 6 अतिलघुत्तरीय प्रश्न ( प्रत्येक के लिये 02 अंक)

1.प्राकृतिक वनस्पति से क्या आशय है? देशज और विदेशज वनस्पति में अंतर लिखिए।

Ans. वह वनस्पति जो कि मनुष्य की सहायता के बिना अपने आप पैदा होती है और लंबे समय तक उन पर मानव प्रभाव नहीं पड़ता है। विदेशज वनस्पति वनस्पति जो मूल रूप से भारतीय है देशज वनस्पति कहलाती हैं। जो वनस्पति भारत के बाहर से आई वे कहलाती हैं।

  1. वनों का महत्व लिखिए।

Ans. प्रवासी पक्षी से क्या आशय है? भारत में आने वाले प्रवासी पक्षियों के बारे में लिखिए।

3.भारत के दो औषधीय पौधों के नाम व गुण लिखिए।

Ans.तुलसी तुलसी या औषधीय पौधों की रानी ऐसा दूसरा पौधा है जो आपके घर में होना जरूरी है. …

पुदीना यह ताजा सुगंधित औषधीय पौधा कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है. …

मेथी मेथी औषधीय पौधों में से एक है, तो यह इसके गुणों के कारण है. …

सौंफ सौंफ एक सुगंधित पौधा है, जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोगी है. …

धनिया …

अदरक

4.वन और वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं ?

Ans. भारत में वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए ‘पर्यावरण संरक्षण अधिनियम’, ‘वन संरक्षण अधिनियम’, ‘राष्ट्रीय वन्य जीव कार्य योजना’, ‘टाइगर परियोजना’, ‘राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य’, ‘जैव-क्षेत्रीय रिजर्व कार्यक्रम’ आदि चल रहे हैं। इन योजनाओं के कारण कुछ प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाया गया है।

5.मैग्रोव वन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

Ans. मैंग्रोव (Mangrove) ऐसे क्षुप व वृक्ष होते हैं जो खारे पानी या अर्ध-खारे पानी में पाए जाते हैं। … मैंग्रोव वनों का पारिस्थिकि में बहुत महत्व है, क्योंकि यह तटों को स्थिरता प्रदान करते हैं और बहुत प्राणी, मछली और पक्षी जातियों को निवास व सुरक्षा प्रदान करते हैं।

6.सदाबहार वन एवं पतझड़ वन में अंतर लिखिए (कोई-दो)

Ans. सदाबहार वन और पतझड़ वन में क्या अंतर है? उत्तर: सदाबहार वन बहुत घने होते हैं। इन वनों के पेड़ के पत्ते साल के अलग-अलग समय में गिरते हैं। वहीं दूसरी तरफ पतझड़ वन कम घने होते हैं।

7.भारत में कितने प्रकार के वन पाये जाते हैं ? किन्ही दो का वर्णन करिए।

Ans. भारतीय उपमहाद्वीप में अनेक प्रकार के वन पाये जाते हैं। मुख्यत: छ: प्रकार के वन समूह हैं जैसे आर्द्र उष्णकटिबंधीय वन, शुष्क उष्णकटिबंधीय, पर्वतीय उप-उष्णकटिबंधीय, उप-अल्पाइन, उप शीतोष्ण तथा शीतोष्ण जिन्हें 16 मुख्य वन प्रकारों में उपविभाजित किया गया है।

8.भारत वन्य प्राणियों की दृष्टि से धनी है। स्पष्ट कीजिए

Ans. भारत वन्य प्राणियों की दृष्टि से धनी है। … भारत में लगभग 2000 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं। जो विश्व का 13 प्रतिशत है।

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