9th science question bank solution pdf download mp board|कक्षा 9वीं विज्ञान वार्षिक पेपर 2022 एमपी बोर्ड|kaksha 9vi vigyan parshn bank solution
9वीं विज्ञान वार्षिक पेपर 2022 -हैलो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट website मे और आज के इस पोस्ट में आपको एमपी बोर्ड द्वारा जारी न्यू कक्षा 9वीं विज्ञान प्रश्न बैंक एमपी बोर्ड 2021-22के बारे में बताऊँगा और साथ ही साथ आप इस parshn bank 2022 को हमारी वेबसाइट के माध्यम से भी डाउनलोड कर सकते हैं |इस प्रश्न बैंक के उत्तर भी इसी वेबसाइट के माध्यम से ही डाउनलोड कर सकते हैं
एमपी बोर्ड प्रश्न बैंक 2022 क्या है?
मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में होने वाली वार्षिक परीक्षा की तैयारी हेतु कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए Question Bank विमर्श पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं इन प्रश्न बैंक में एमपी बोर्ड वार्षिक परीक्षा के महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर होते हैं। जिससे विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी करने में मदद मिले। यह प्रश्न बैंक अनुभवी शिक्षकों के द्वारा एमपी बोर्ड न्यू ब्लूप्रिंट के आधार पर तैयार किए जाते हैं।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (1-अंक),
अति लघुत्तरीय प्रश्न (2-अंक)
लघुत्तरीय प्रश्न (3-अंक) एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (4-अंक) इकाई वार आवंटित होते हैं।
कक्षा 9वीं विज्ञान वार्षिक पेपर 2022 एमपी बोर्ड
अध्याय 1
हमारे आस पास के पदार्थ
अति लघु उत्तरीय प्रश्न। -2 अंक का
- ठोसों की अपेक्षा द्रवों में विसरण की दर अधिक क्यों होती है?
उत्तर : ठोस की अपेक्षा द्रव में पदार्थ के कण स्वतंत्र रूप से गति करते है और उन कणो में रिक्त स्थान भी अधिक होते है।
- गुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं?
उत्तर : किसी पदार्थ की गुप्त उष्मा उष्मा की वह मात्रा है जो उसके इकाई मात्रा द्वारा अवस्था परिवर्तन के समय अवषोषित की जाती है या मुक्त की जाती है। इसके अलावा पदार्थ जब अपनी कला (फेज) बदलते हैं तब भी गुप्त उष्मा के बराबर उष्मा का अदान/प्रदान करना पड़ता है।
- संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं ?
उत्तर : संगलन की प्रसुप्त (गुप्त) ऊष्मा- वायुमण्डलीय दाब पर 1 कि. ग्रा. ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में परिवर्तित करने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊर्जा की आवष्यकता होती है, उसे संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा कहते हैं।
- उर्ध्वपातन किसे कहते हैं? एक पदार्थ का उदाहरण दीजिये जिसमे यह गुण पाया जाता है ?
उत्तर :उर्ध्वपातन एक भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ अपनी ठोस अवस्था से सीधे गैस मे परिवर्तित हो जाता है । कपूर का ठोस अवस्था से सीधे वाष्प के रूप में उड़ जाना उर्ध्वपातन का एक उदाहरण है।
- निक्षेपण किसे कहते हैं?
उत्तर : निक्षेपण एक ऊष्मागतिक प्रक्रिया है जिसमें कोई गैस, ठोस बन जाती है। इसकी उल्टी प्रक्रिया को ऊर्ध्वपातन कहते हैं।
- शुष्क बर्फ किसे कहते हैं और क्यों ?
उत्तर : ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क बर्फ कहते हैं। 1 atm,( यानी वातावरण द्वारा लगाया गया दाब) से कम दाब होने पर कार्बन डाइऑक्साइड ठोस रूप लेते हुए, शुष्क बर्फ बन जाती है। दोबारा 1 atm में रखने पर यह वापस गैस रूप में बदलने लगती है।
अध्याय 2
क्या हमारे आस-पास के पदार्थ शुद्ध हैं
अति लघुउत्तरीय प्रश्न :- 2 अंक का
- आसवन विधि क्या है ?
Ans – आसवन (Distillation) किसी मिश्रित द्रव के अवयवों को उनके वाष्पन-सक्रियताओं (volatilities) के अन्तर के आधार पर उन्हें अलग करने की विधि है। यह पृथक्करण की भौतिक विधि है न कि रासायनिक परिवर्तन अथवा रासायनिक अभिक्रिया। … पानी का आसवन करने से उसकी अशुद्धियाँ (जैसे नमक) निकल जातीँ हैं और अधिक शुद्ध जल प्राप्त होता है।
- क्रोमैटोग्राफी विधि क्या है ?
Ans – वर्णलेखन या क्रोमैटोग्राफी किसी मिश्रण के अवयवों को अलग-अलग करने की एक तकनीक है। यह लेख नीचे का अनुवाद किसी यान्त्रिक विधि से किया गया है जिसे ठीक करने की आवश्यकता है। … मिश्रण के विभिन्न घटक अलग-अलग गति में यात्रा करते हैं, उनके अलग होने के कारण। पृथक्करण मोबाइल और स्थिर चरणों के बीच अंतर पर आधारित है।
- प्रभाजी आसवन किसे कहते हैं ?
Ans – प्रभाजी आसवन (Fractional distillation) एक औद्योगिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा किसी मिश्रण के अवयवों को अलग किया जाता है। यह आसवन की एक विशिष्ट विधि है। उदाहरण के लिये पेट्रोलियम से पेट्रोल, डीजल, केरोसिन एवं अन्य घटकों को इसी विधि से अलग किया जाता है।
- क्रिस्टलीकरण विधि के दो अनुप्रयोग लिखिए |
Ans – क्रिस्टलीकरण विधि से समुद्री जल से प्राप्त नमक को शुद्ध किया जाता है और उसमें से अशुद्धियां दूर की जाती हैं। क्रिस्टलीकरण विधि की सहायता से अशुद्ध नमूने से फिटकरी को पृथक किया जाता है। क्रिस्टलीकरण विधि वह विधि होती है, जिसके द्वारा विलयन से ठोस पदार्थ को क्रिस्टल के रूप में पृथक कर लिया जाता है।
- धातु एवं अधातु में दो अंतर लिखिए |
Ans –
- धातुएं क्षारीय ऑक्साइड बनाती है, जिसमें से कुछ क्षार बनाते है। अधातुएँ अम्लीय अथवा उदासीन ऑक्साइड बनाती हैं।
- धातुएँ सामान्यत: ऊष्मा एवं विद्युत की सुचालक होती हैं। अधातुएँ विद्युत की कुचालक, अपवाद-ग्रेफाइट (कार्बन का अपररूप) होती है।
- धातुओं की अवस्था ठोस होती है। जबकि अधातुएँ ठोस/द्रव/ गैस तीनों अवस्थाओं मे होती है।
- धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस पुन: स्थापित करती है। जबकि अधातुएँ अम्लों मे से हाइड्रोजन गैस को पुनः स्थापित नही करती है।
- भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तनों के दो गुण लिखिए |
Ans – भौतिक परिवर्तन के गुण
1 . पदार्थ के केवल भौतिक गुणों यथा अवस्था , रंग , गंध , आदि में परिवर्तन होता है ।
2 . परिवर्तन का कारण हटाने पर पुनः प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त होता है ।
3 . यह परिवर्तन अस्थायी होता है ।
4 . नये पदार्थ का निर्माण नहीं होता है ।
रासायनिक परिवर्तन के गुण
1 . रासायनिक परिवर्तन के फलस्वरूप बनने वाला पदार्थ रासायनिक गुणों व संघटन में प्रारम्भिक पदार्थ से पूर्णतया भिन्न होता है ।
2 . सामान्यतया पुनः प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त नहीं किया जा सकता है ।
3 . यह परिवर्तन स्थाई होता है ।
4 . नये पदार्थ का निर्माण होता है ।
- उपधातु क्या होती हैं? एक उपधातु का नाम लिखिए ।
Ans – वे तत्व जिनमें धातु तथा अधातु दोनों के गुण पाए जाते हैं उन्हें उपधातु (Metalloid) कहते हैं।
बोरान, सिलिकॉन, जर्मेनियम, आर्सेनिक, एण्टीमनी और टेल्युरियम – ये छः प्रायः उपधातु कहे जाते हैं।
- तत्व एवं यौगिक में क्या अंतर है ?
Ans – तत्व का निर्माण एक प्रकार के परमाणुओं से मिलकर होता है जबकि योगी का निर्माण दो या दो से अधिक परमाणुओं से मिलकर होता है तत्व भौतिक और रासायनिक क्रियाओं के द्वारा तरल पदार्थों में विघटित नहीं होते हैं जबकि योगी को भौतिक और रासायनिक क्रिया के द्वारा तरल पदार्थ में विभाजित किया जा सकता है
- मिश्रण एवं यौगिक में दो अंतर लिखिए |
Ans – मिश्रण का संघटन अनिश्चित होता है अर्थात इसमें सम्मिलित अवयव किसी भी अनुपात में हो सकते हैं। यौगिक का संघटन निश्चित होता है। यौगिक में सम्मिलित तत्व द्रव्यमान के एक निश्चित अनुपात में होते हैं। मिश्रण का गलनांक, क्वथनांक एवं घनत्व आदि निश्चित नहीं होता है।
- मिश्र धातु किसे कहते हैं ? एक मिश्र धातु का नाम लिखिए |
Ans – मिश्रधातु (Alloys)- किसी धातु का किसी अन्य धातु या अधातु के साथ मिलाकर बनाया गया संगामी मिश्रण, मिश्रधातु कहलाता है। जैसे-टांके में कलई तथा सीसा समान मात्रा में मिलाया जाता है। उदाहरण के लिए स्टेनलेस स्टील, टांका, पीतल, कांसा बैल मैटल आदि सभी मिश्रधातुएं हैं।
- भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तनों के दो उदाहरण लिखिए
Ans –
- रासायनिक परिवर्तन से बनने वाला पदार्थ रासायनिक गुणों तथा संघटन में प्रारम्भिक पदार्थ से पूर्णतया भिन्न होता है । पदार्थ के केवल भौतिक गुणों जैसे अवस्था , रंग , गंध आदि में परिवर्तन होता है ।
- सामान्यतया प्रारम्भिक पदार्थ पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता है । परिवर्तन का कारण हटाने पर पुनः प्रारम्भिक पदार्थ प्राप्त हो जाता है ।
- यह परिवर्तन स्थाई होता है । यह परिवर्तन अस्थाई होता है ।
- इसमें नये पदार्थ का निर्माण होता है । इसमें नये पदार्थ का निर्माण नहीं होता है |
- उदाहरण – लोहे पर जंग लगना । उदाहरण – बर्फ ⇋ जल ⇋ वाष्प
अध्याय 3
परमाणु एवं अणु
दीर्घउत्तरीय प्रश्न: 4 अंक का
- द्रव्यमान संरक्षण का नियम उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिये।
उत्तर : द्रव्यमानद्रव्यमान के संरक्षण का सिद्धांत : द्रव्यमान का ना ही सृजन हो सकता है तथा ना इसे नष्ट किया जा सकता है। जब मोमबत्ती जलती है, तब उसका मोम ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया कर पानी (H2O) तथा कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) बनाता है। तो यदि हम मोम और ऑक्सीजन का कुल वज़न लें ,तो वह H2O और CO2 के कुल वज़न के बराबर होगा।
- स्थिर अनुपात का नियम उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिये|
उत्तर : इस नियम के अनुसार ” किसी रासायनिक यौगिक में अवयवी तत्वों के भारों का सदैव एक निश्चित अनुपात रहता है। ” उदाहरण : H2O में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के भारों का अनुपात = २ : १६ = १ : ८ ; किसी भी स्त्रोत से प्राप्त जल में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के भारों का अनुपात सदैव १ : ८ रहता है।
- डाल्टन के परमाणु सिद्धांत के प्रमुख बिंदु लिखिए |
उत्तर : इस सिद्धांत के प्रमुख बिंदु निम्न हैं-
१.प्रत्येक तत्व अतिसूक्ष्म अविभाज्य कणों से मिलकर बना है जिन्हें परमाणु कहते हैं।
२.एक तत्व की सभी परमाणु आकार तथा गुणों में समान होते हैं किंतु भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु भिन्न-भिन्न होते हैं।
३.भिन्न भिन्न तत्वों के परमाणु के गुण भी भिन्न भिन्न होते हैं।
४.परमाणु अविनाशी होता है अर्थात रासायनिक अभिक्रिया में परमाणु ना तो उत्पन्न होते हैं और ना ही नष्ट होते हैं।
५.तत्वों के परमाणु वापस में संयोग करके संयुक्त परमाणु बनाते हैं तथा आधुनिक शब्दों में इस संयुक्त परमाणु को अणु कहते हैं।
६.बनने वाले संयुक्त परमाणु में परमाणुओं कि आपेक्षिक संख्या और उनका प्रकार निश्चित होता है।
- निम्नलिखित के सूत्र लिखिए
ans –
सोडियम ऑक्साइड : Na₂O
एल्युमीनियम ऑक्साइड : Al2O3
सोडियम सल्फाइड : Na₂S
कैल्शियम कार्बोनेट : CaCO₃
अध्याय 4
परमाणु की संरचना
अति लघु उत्तरीय प्रश्न :2 अंक के प्रश्न
- थॉमसन का परमाणु मॉडल लिखिए ।
Ans –
- थॉमसन के परमाणु मॉडल (Thomson’s atomic model) के अनुसार परमाणु एक धनावेशित गोला होता है जिसमें इलेक्ट्रान (electrons) विद्यमान रहते है।
- परमाणु (atom) में धनावेश युक्त प्रोटोन (protons) और ऋणावेश युक्त इलेक्ट्रॉनों का मान समान होता है, इसलिए परमाणु (atom) उदासीन होता है।
- रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की दो कमियां लिखिए|
Ans – रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की कमियां , दोष या सीमाएं –
- रदरफोर्ड ने बताया कि इलेक्ट्रॉन , नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाते रहते है , अगर ऐसा होता है तो इससे परमाणु के स्थायित्व को नहीं समझाया जा सकता।
- नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉन का वितरण किस प्रकार से होता है , यह भी इसमें नहीं समझाया गया।
- बोर बरी स्कीम क्या है?
Ans – बोर-बरी स्कीम के अनुसार किसी भी परमाणु की बाहरी कक्षा में अधिकतम 8 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं। जिस परमाणु की बाहरी कक्षा में 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं वह परमाणु रासायनिक रूप से सक्रिय नहीं बल्कि अक्रिय होता है। ऐसे तत्वों को अक्रिय गैस कहते हैं। … उदाहरण: क्लोरीन की बाहरी कक्षा में 7 इलेक्ट्रॉन होते हैं।
- संयोजकता किसे कहते हैं ?
Ans – तत्वों की संयोजन शक्ति (combining power) को संयोजकता (Valency) का नाम दिया गया है। … दूसरे शब्दों में, संयोजकता एक संख्या है जो यह प्रदर्शित करती है कि जब कोई परमाणु कितने इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है, या खोता है या साझा करता है जब वह अपने ही तत्व के परमाणु से या किसी अन्य तत्व के परमाणु से बन्धन बनाता है।
- समस्थानिक किसे कहते हैं ? एक उदाहरण दीजिए |
Ans – समस्थानिक (Isotope) एक ही तत्व के परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान होती हैं, परन्तु परमाणु भार अलग-अलग होता है, उन्हें समस्थानिक कहा जाता है। इनमें प्रत्येक परमाणु में समान प्रोटोन होते हैं। … उदाहरण के लिए, कार्बन के तीन समस्थानिक कार्बन-12, कार्बन-13 और कार्बन-14 हैं।
- समभारिक क्या होते हैं एक उदाहरण दीजिए |
Ans – समभारिक – विभिन्न तत्वों के वे परमाणु जिनके द्रव्यमान अंक समान तथा परमाणु क्रमांक भिन्न होते हैं, समभारिक कहलाते हैं। समभारिक परमाणु क्रमांक, इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन व न्यूट्रॉन संख्या तथा रासायनिक गुणों में भिन्नता रखते हैं। ये केवल द्रव्यमान अंक समान रखते हैं उदाहरणार्थ, 18 Ar 40 , 19 K 40 तथा 20 Ca 40 समभारिक हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न 3 अंक के प्रश्न:
- रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल लिखिए |
Ans – रदरफोर्ड ने कहा कि नाभिक के चारो ओर इलेक्ट्रॉन वृत्ताकार कक्षाओ में जिन्हे कक्षा कहा गया। … इसलिए यह परमाणु मॉडल सौरमंडल से मिलता-जुलता है,जिसमे सूर्य नाभिक होता है और ग्रह गतिमान इलेक्ट्रॉन की तरह होते हैं। इलेक्ट्रॉन और नाभिक आपस में आकर्षण के स्थिर वैधयुत बलो द्वारा बंधे रहते हैं।
- इलेक्ट्रॉनों के वितरण की बोर बरी सकीम उदाहरण सहित लिखिए |
Ans – परमाणु की कक्षा में इलेक्ट्रॉनों के इस वितरण को ज्ञात करने के लिए सन 1921 में वैज्ञानिक बोर(Bohr) तथा बरी(Barry) ने एक योजना प्रस्तुत की थी जिसे बोर-बरी योजना(Bohr-Burry Scheme) कहते हैं। … दूसरी कक्षा के लिए n=2 तथा इस कक्षा में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या 2×2²=8 होती है।
- संयोजकता किसे कहते हैं मैग्नीशियम एवं एल्युमिनियम की संयोजकता लिखिए |
Ans – किसी भी तत्त्व के बाहरी कक्षा में उपस्थित इलेक्ट्रॉन को जो रासायनिक क्रिया में भाग लेते हैं, संयोजी इलेक्ट्रॉन कहा जाता है। 1. मैग्नीशियम के वाह्यय कोष में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 2 है । अत: Mg का संयोजी इलेक्ट्रॉन संख्या 2 है। अत: Mg की संयोजकता 2 है।
- ऐल्युमिनियम त्रिसंयोजी तत्व है अत: इसके यौगिकों में +3 की संयोजकता, Al(III), प्रदर्शित होती है।
- परमाणु संख्या एवं द्रव्यमान संख्या क्या व्यक्त करती हैं।
Ans – किसी परमाणु के नाभिक में स्थित प्रोटॉनों तथा न्यूट्रॉनों की संख्या के योग को द्रव्यमान संख्या (mass number) कहते हैं। द्रव्यमान संख्या को A से निरूपित किया जाता है। इसे ‘परमाणु द्रव्यमान संख्या’ या ‘न्युक्लिऑन संख्या’ भी कहते हैं।
- समस्थानिक एवं समभारिक तत्वों में अंतर लिखिए |
Ans – एक ही तत्व के वह परमाणु जिनकी परमाणु क्रमांक तो सामान हो परंतु परमाणु भार अलग अलग हो,समस्थानिक कहलाते हैं। विभिन्न तत्वों के वह परमाणु जिनका परमाणु भार तो समान होता है, परंतु उनके परमाणु क्रमांक समान नहीं होते समभारिक कहलाते हैं।
- समस्थानिकों के तीन अनुप्रयोग लिखिए।
Ans –
- किसी तत्व में समस्थानिकों की आपेक्षिक सान्द्रता ( relative concentration ) स्थिर होती है। पुरातत्ववेत्ता किसी पदार्थ के समस्थानिकों के आपेक्षिक बाहुल्य ( relative abundance ) के निर्धारण द्वारा प्राचीन समय के पौधों अथवा उत्खनन ( excavation ) से प्राप्त जानवरों और मानवों के कंकालों के काल निर्धारण करते हैं।
- यूरेनियम के समस्थानिकों का प्रयोग परमाणु विखण्डन में इलेक्ट्रॉन प्रस्तुत किया जाता है जिससे अपार मात्रा में ऊर्जा प्राप्त की जाती है।
- समस्थानिकों का उपयोग विद्युत उत्पादन में किया जाता है।
- समस्थानिकों से विभिन्न प्रकार के विस्फोटक तैयार किए जाते हैं।
- एक तत्व X का परमाणु द्रव्यमान 16.2u है तो इसके किसी एक नमूने में समस्थानिक . 16 8 X .816X तथा . 18 8 X .818X का प्रतिशत क्या होगा ?
Ans – औसत परमाणु द्रव्यमान की गणना द्रव्यमान संख्या तथा समस्थानिक की प्रतिशतता से की जाती है । माना, तत्व के कुल परमाणु = 100 यदि एक समस्थानिक का प्रतिशतता a है, तो दूसरे समस्थानिक की प्रतिशतता (100-a) होगी । (i) . 16 8 X .816X संस्थानक का परमाणु द्रव्यमान 16 u है तथा माना इसका प्रतिशत a है । (ii) . 18 8 X .818X संस्थानक का परमाणु द्रव्यमान 18 u है तथा इसका प्रतिशत (100-a) है । तत्व X का औसत परमाणु द्रव्यमान 16.2 u है । औसत परमाणु द्रव्यमान
Chapter 5
जीवन की मौलिक ईकाई
3 अंक के प्रश्न
- तीन कोशिका अंगों के नाम लिखिए जिनमें स्वयं के डीएनए तथा राइबोसोम होते हैं।
Ans – माइटोकॉन्ड्रिया में अपने स्वयं के गोलाकार डीएनए, आरएनए अणु, राइबोसोम और कुछ अन्य अणु होते हैं जो प्रोटीन संश्लेषण में मदद करते हैं।
- ब्लैक रिएक्शन विधि क्या है?
Ans – रोगविज्ञानी Giulio Bizzozero से प्रेरित, वह तंत्रिका तंत्र में अनुसंधान का पीछा किया। 1873 में ब्लैक रिएक्शन नामक एक धुंधली तकनीक की उनकी खोज (कभी-कभी गोल्गी की विधि या गोल्गी के दाग को उनके सम्मान में धुंधला कहा जाता है) न्यूरोसाइंस में एक बड़ी सफलता थी।
- समसूत्री विभाजन किसे कहते हैं ?
Ans – समसूत्री विभाजन (माइटोसिस) वह प्रक्रिया है जिसमें एक केंद्रकयुक्त कोशिका (यूकेरियोटिक सेल) का नाभिक जनक कोशिका से दो संतति कोशिकाओं (कोशिका में विभाजित हो जाता है। हरेक कोशिका विभाजन में दो घटनाएं शामिल होती हैं: साइटोकिनेसिस और कैरियोकिनेसिस।
- अर्धसूत्री विभाजन किसे कहते हैं ?
Ans – वह कोशिका विभाजन जिससे बनने वाली पुत्री कोशिकाओं में गुणसूत्र संख्या मातृ कोशिका की आधी रह जाती है, अर्धसूत्री विभाजन कहलाता है। अर्धसूत्री विभाजन के द्वारा द्विगुणित मातृ कोशिका से चार अगुणित कोशिकाएँ बनती हैं।
- माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का बिजलीघर क्यों कहते हैं ?
Ans – माइटोकॉण्ड्रिया में भोजन के ऑक्सीकरण से ऊर्जा मुक्त होती है। यहीं पर ऊर्जा ATP के रूप में संचित होती है। इसलिए इसे कोशिका का ऊर्जा संयंत्र ( Power Plant ) कहते हैं। माइटोकॉण्ड्रिया को कोशिका का बिजलीघर अथवा ऊर्जा घर ( Power House ) कहा जाता है क्योंकि यह भोजन के ऑक्सीकरण तथा ऊर्जा उत्पादन का कार्य करता है।
- प्लास्टिक क्या है ? क्लोरोप्लास्ट के दो कार्य लिखिए ।
Ans – प्लास्टिक (Plastic), शंश्लेषित अथवा अर्धशंश्लेषित कार्बनिक ठोस पदार्थों के एक बड़े समूह का सामान्य नाम है। इससे बहुत सारे औद्योगिक उत्पाद निर्मित होते हैं।
क्लोरोप्लास्ट के कार्य (Function of Chloroplast ) –
- प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है और इसे रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
2.क्लोरोप्लास्ट में क्लोरोफिल नामक एक संरचना होती है जो सौर ऊर्जा को फँसाने के द्वारा कार्य करती है और इसका उपयोग सभी हरे पौधों में भोजन के संश्लेषण के लिए किया जाता है।
- अंतःप्रदव्यी जालिका के तीन कार्य लिखिए |
Ans –
- चिकनी अंतर द्रव्य जालिका वसा अथवा लिपिड अणुओं को बनाने में सहायता करती है ।
- खुरदरी अंतर द्रव्य जालिका कोशिका के विभिन्न क्षेत्र तथा केंद्रक के मध्य एक परिवहन माध्यम का कार्य करती है।
- कशेरुकियों के यकृत कोशिकाओं में चिकनी अंतर द्रव्य जालिका विष तथा दवा को निराविषीकरण करने का कार्य करते हैं।
- कायिक वृद्धि एवं मरम्मत हेतु किस प्रकार के कोशिका विभाजन की आवश्यकता होती है तथा इसका औचित्य बताइए ।
Ans -का यिक वृद्धि और मरम्मत के लिए सूत्री विभाजन या माइटोसिस की आवश्यकता होती है। सूत्री विभाजन के फलस्वरूप कायिक कोशिकाओं का निर्माण होता है जिससे वृद्धि और मरम्मत के लिए अतिरिक्त कोशिकाएँ मिलती रहती हैं।
- युग्मको के बनने के लिए किस प्रकार का कोशिका विभाजन होता है? इस विभाजन का महत्व बताइए ।
Ans – युग्मकों के बनने के लिए अर्धसूत्री विभाजन या मीओसिस होता है। अर्धसूत्री विभाजन के फलस्वरूप बनी पुत्री कोशिकाओं में क्रोमोसोम की संख्या आधी हो जाती है। बाद में जब युग्मकों के फ्यूजन से जाइगोट बनता है तो जाइगोट में क्रोमोसोम की संख्या कायिक कोशिका के बराबर हो जाती है। इसलिए जाइगोट से विकसित होने वाले जीव के लक्षण अपने जनक के समान होते हैं।
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FAQ
एमपी बोर्ड प्रश्न बैंक 2022 क्या है?
मध्य प्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में होने वाली वार्षिक परीक्षा की तैयारी हेतु कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए Question Bank विमर्श पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं इन प्रश्न बैंक में एमपी बोर्ड वार्षिक परीक्षा के महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर होते हैं। जिससे विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी करने में मदद मिले